ज्योति बताती हैं कि बचपन से डॉक्टर बनने की इच्छा थी, लेकिन कहलगांव से मैट्रिक करने के बाद उसके मन में आइएएस बनने का ख्याल आया। लक्ष्य बनाकर तैयारी आरंभ की। from Jagran Hindi News - news:national https://ift.tt/2Kl79rd
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